Sunday, 1 September 2013

लोग रूप देखते है . हम दिल दिल देखते है.लोग सपना देखते है. हम हाकीकत देखते है लोगो मेँ और हममेँ इतना फरक है.लोक दुनिया मेँ दोस्त देखते है और हम दोस्तो मेँ दुनिया देखते है . G M .

लोग रूप देखते है . हम दिल दिल देखते है.लोग सपना देखते है. हम हाकीकत देखते है लोगो मेँ और हममेँ इतना फरक है.लोक दुनिया  मेँ दोस्त देखते है और हम दोस्तो मेँ दुनिया देखते है . G  M .

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